Thursday, March 16, 2017

कवि चार्ल्स बुकोव्स्की की कविता  'Alone With Everybody' का हिंदी अनुवाद- 'भीड़ में तन्हा'




मांस हड्डियों को ढंक लेता है
और वो एक दिमाग रख देते हैं
उसमें
और कभी-कभी एक आत्मा भी
फिर औरतें तोड़ती हैं फूलदान
दीवारों पर पटक कर
और आदमी
छककर पीते हैं
और कोई भी
दूसरे को नहीं पाता
फिर भी
एक-दूसरे को खोजते रहते हैं
एक-दूसरे के बिस्तरों से होकर
गुजरते रहते हैं.
फिर हड्डियां आती हैं
जिन्हें मांस ढंक लेता है
और मांस फिर खोजता है
निरे मांस से
कुछ ज्यादा

फिर भी यहां
कोई मौका नहीं
हम सभी जकड़े है
एक से
दुर्भाग्य में

कोई भी कभी नहीं पाता
दूसरे को

शहर की जेलें भर जाती हैं
कचरा पेटियां भर जाती हैं
पागलखाने भर जाते हैं
हस्पताल भर जाते हैं
कब्रिस्तान भर जाते हैं

और कुछ भी

नहीं भरता



Original Poem



the flesh covers the bone 
and they put a mind 
in there and 
sometimes a soul, 
and the women break 
vases against the walls 
and the men drink too 
much 
and nobody finds the 
one 
but keep 
looking 
crawling in and out 
of beds. 
flesh covers 
the bone and the 
flesh searches 
for more than 
flesh. 



there's no chance 
at all: 
we are all trapped 
by a singular 
fate. 



nobody ever finds 
the one. 



the city dumps fill 
the junkyards fill 
the madhouses fill 
the hospitals fill 
the graveyards fill 



nothing else 
fills. 
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चार्ल्स बुकोव्स्की से मेरा पहला परिचय एक कविता के माध्यम से हुआ। ये कविता थी
'So You Want To Be A Writer'। 
मैंने इसका हिंदी अनुवाद पढ़ा था। जो कि कवि और गीतकार वरुण ग्रोवर ने किया था। कविता मुझे पसंद आई। मैंने बुकोव्स्की की और रचनाएं पढ़ीं तो मुझे उनकी ये रचना Alone With Everybody पसंद आई। इसका हिंदी अनुवाद आपके सामने है। बुकोव्स्की एक जर्मनी में पैदा हुए अमेरिकी कवि थे।
 उनकी एक पंक्ति 'We are here to laugh at the odds and live our lives so well that Death will tremble to take us' मुझे खासी पसंद है।

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