मांस हड्डियों को ढंक लेता है
और वो एक दिमाग रख देते हैं
उसमें
और कभी-कभी एक आत्मा भी
फिर औरतें तोड़ती हैं फूलदान
दीवारों पर पटक कर
और आदमी
छककर पीते हैं
और कोई भी
दूसरे को नहीं पाता
फिर भी
एक-दूसरे को खोजते रहते हैं
एक-दूसरे के बिस्तरों से होकर
गुजरते रहते हैं.
फिर हड्डियां आती हैं
जिन्हें मांस ढंक लेता है
और मांस फिर खोजता है
निरे मांस से
कुछ ज्यादा
फिर भी यहां
कोई मौका नहीं
हम सभी जकड़े है
एक से
दुर्भाग्य में
कोई भी कभी नहीं पाता
दूसरे को
शहर की जेलें भर जाती हैं
कचरा पेटियां भर जाती हैं
पागलखाने भर जाते हैं
हस्पताल भर जाते हैं
कब्रिस्तान भर जाते हैं
और कुछ भी
नहीं भरता
Original Poem
the flesh covers the bone
and they put a mind
in there and
sometimes a soul,
and the women break
vases against the walls
and the men drink too
much
and nobody finds the
one
but keep
looking
crawling in and out
of beds.
flesh covers
the bone and the
flesh searches
for more than
flesh.
there's no chance
at all:
we are all trapped
by a singular
fate.
nobody ever finds
the one.
the city dumps fill
the junkyards fill
the madhouses fill
the hospitals fill
the graveyards fill
nothing else
fills.
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चार्ल्स बुकोव्स्की से मेरा पहला परिचय एक कविता के माध्यम से हुआ। ये कविता थी
'So You Want To Be A Writer'।
मैंने इसका हिंदी अनुवाद पढ़ा था। जो कि कवि और गीतकार वरुण ग्रोवर ने किया था। कविता मुझे पसंद आई। मैंने बुकोव्स्की की और रचनाएं पढ़ीं तो मुझे उनकी ये रचना Alone With Everybody पसंद आई। इसका हिंदी अनुवाद आपके सामने है। बुकोव्स्की एक जर्मनी में पैदा हुए अमेरिकी कवि थे। उनकी एक पंक्ति 'We are here to laugh at the odds and live our lives so well that Death will tremble to take us' मुझे खासी पसंद है।
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